हरी डाल पर बैठी थी ।
नन्ही सुंदर एक परी
डाल -डाल पर घूमती फिरती है
जगहो -जगहो मे नाचती फिरती
पक्षी -जानवरो से खेल्स\अति मुसकाती
और सबको रखती खुश
मन ललचाता उसे देखे बिन
जब वह आती बागो में हो जाते सब खुश
बागो से तोड़- तोड़ कर लाती मीठे फल
खाती सबको खिलाती फल
हर डाल पर बैठी थी
नन्ही सुंदर एक परी
नाम : जूली
कक्षा: 7th
अपना स्कूल , कानपुर
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