Sunday, February 28, 2021
Friday, February 26, 2021
गाँव
एक गाँव में तीन भाई रहते थे. वह तीनो बहुत गरीब थे. वह भाई जैसे तैसे अपना गुजारा करते थे. एक दिन उस गाँव में एक साधु आया और वे तीनो ने साधु को प्रणाम किया और साधु से कहा स्थान ग्रहण कीजिये तीनो भाइयों ने साधु को भोजन कराया. भोजन समाप्त होने के बाद साधु ने तीनो भाइयों को वरदान प्रदान किया. तीनो ने एक- एक और इसके बाद तीनो ने एक-एक वरदान माँगा. साधु ने ख़ुशी- ख़ुशी वरदान दे दिया. इसके बाद वे सभी लोग ख़ुशी-ख़ुशी रहने लगे.
नाम : रामू
कक्षा: ३rd
अपना स्कूल, कालरा-3rd
Tuesday, February 23, 2021
शिक्षक
Saturday, February 20, 2021
परीक्षा
परीक्षा की दिनांक भी उस दिन।
जो दिन बीता खेल के दिन।
बिन खेल के भी,
सिर्फ आधे प्रशन ही याद हुये थे।
परीक्षा में आने थे किताब के सारे पाठ।
उनमें से ही याद हुये थे ।
प्रशन-उत्तर केवक आठ।
जो प्रशन मैंने भी याद किए थे।
वो भी आधे याद हुये थे।
उसमें भी कुछ प्रशन छूट गए थे ।
लिखते- लिखते थक गए थे।
नाम: रविंदर
कक्षा: 5th
अपना स्कूल, महाराजपुर, कानपुर
राजू की कहानी
एक गाँव में राजू रहता था। उसे सास और ससुर अपने बहू से खुश नहीं थे। एक दिन राजू कमाने चला गया। उसके सास और ससुर मौका पाकर राजू की पत्नी को डंडे से मार डाला। फिर उसे धरती में गाड़ दिया। उसका एक छोटा सा बेटा था । सास और ससुर ने सोचा की मै बालक का क्या करूंगा। फिर उसके बाद उसके सास-ससुर ने उस बालक को अपने मरी हुई माँ के पास रख दिया । लेकिन माँ तो मारकर एक आत्मा बन गई थी । वह अपने रोते हुये बालक को भी नहीं उठा सकती थी। और कैसे अपने बेटे को दूध पिलाऊँ।
नाम: राजू
कक्षा: 5th
अपना स्कूल, रामा सेंटर, महाराजपुर
Wednesday, February 17, 2021
Sunday, February 14, 2021
स्कूल
स्कूल अगर आयें तो ।
पढ़ना ही पढ़ेगा ।
पढ़ाई अगर जहर है तो ,
पीना ही पड़ेगा ।
गिर - गिर के पढ़ाई में बढ़ते ही रहेंगे ।
अगर फ़ेल भी हों जाये तो ,
पढ़ते ही रहेंगें ।
जिसने भी किया फ़ेल ।
वही पास करेगा ।
स्कूल अगर आयें तो ।
पढ़ना ही पढ़ेगा ।
नाम: महेश कुमार
कक्षा: 4th
अपना स्कूल , महाराजपुर रामा सेंटर, कानपुर
Friday, February 12, 2021
पेड़
पेड़
पेड़ों का रंग रंगीला है
पत्ती से लगे सजीला है
लकड़ी की मोटी -मोटी डाले
झूला झूला करती डाले
फूल जब पेड़ों मे आते है
फल झट से बन जाते है
मीठे -मीठे ताजे -ताजे
रोज फल खाते हम
स्वस्थ शरीर बनाते और
आक्सीजन भी पाते हम
पेड़ों की छाया में जाते और
गर्मी की दोपहर बिताते हम
नाम : रामू
कक्षा : 3rd
अपना स्कूल , कालरा- 3rd, कानपुर
Thursday, February 11, 2021
सुनहरे फूल
फूले के है सुनहरे रंग
तितलियों के है सुनहरे पंख
सुबह सबेरे बडा अंधेरा
फूलों की महक है आती
माली बागों मे जाता है
फूल तोड़कर लता है
मंदिर में छड़ते लोग
भगवान की गाथा गाते लोग
मंदिर में छड़ा कर फूल
लोग दर्द को जाते भूल
नाम : राहुल
कक्षा : 3
अपना स्कूल कालरा -3rd, कानपुर
Tuesday, February 9, 2021
Monday, February 8, 2021
पेड़
हरे -भरे ये पेड़ खड़े
लंबे-चौड़े पेड़ खड़े
पेड़ो मे है पत्ती आती ।
पेड़ों मे है फूल रहते ।
फूलो से फल है आते ।
फल खाने मे मीठा लगता ।
मीठा रस से शरीर स्वस्थ बनाता ।
पेड़ हमारे जीवन साथी ।
हमको देते अच्छी छाया ।
पेड़ो से है हम दवा बनाते ।
छोटे- बड़े पौधे सब काम मे आते ।
हरे -भरे ये पेड़ खड़े ।
लंबे- चौड़े पेड़ खड़े ।
नाम : स्नेहा
कक्षा : 7th
अपना स्कूल , कानपुर
डाल
हरी डाल पर बैठी थी ।
नन्ही सुंदर एक परी
डाल -डाल पर घूमती फिरती है
जगहो -जगहो मे नाचती फिरती
पक्षी -जानवरो से खेल्स\अति मुसकाती
और सबको रखती खुश
मन ललचाता उसे देखे बिन
जब वह आती बागो में हो जाते सब खुश
बागो से तोड़- तोड़ कर लाती मीठे फल
खाती सबको खिलाती फल
हर डाल पर बैठी थी
नन्ही सुंदर एक परी
नाम : जूली
कक्षा: 7th
अपना स्कूल , कानपुर
Sunday, February 7, 2021
तोता
मेरा तोता हरा- हरा।
हर दम होता भरा - भरा ।
खाता है मिर्च हरी - हरी ।
जीभ है उसकी कटी - कटी ।
नाम है उसका तोता राम ।
बस कहता है वह राम - राम ।
नाम: राकेश
कक्षा : 2nd
अपना स्कूल , सम्राट सेंटर
Saturday, February 6, 2021
बचपन
कहाँ गया वो बचपन ।
चोटी सी इस दुनियाँ में ।
हमारा बचपन एक ।
याद बनकर रह गया ।
सोचता हूँ काश फिर से बचपन लौट आए ।
मेरे वो प्यारा बचपन ।
बचपन एक ऐसा पल है ।
न होती इसकी कोई सुबह ।
और न आता है कल ।
याद आते अब वो पल ।
सोचता हू की काश ।
वहीं - कहीं ठहर जाता पल ।
वो बारिश का पानी वो सावन के झूले ।
वो पल भुलाएँ ना भूले ।
पीपल के वो छाँव ,
कागज की वो नांव ।
याद आता है वो अपना गाँव ।
पता नहीं कहाँ खो गया वो मेरा बचपन ।
अब बचपन एक याद बनकर रह जाएगा ।
मुकेश कुमार
अपना स्कूल, कानपुर
Thursday, February 4, 2021
गंदा लड़का
देखो लड़का कितना गंदा है ।
गले में डाले रुमाल का फंदा है ।
खाता वह मस्त चुकंदर है ।
रहता हरदम मस्त कलंदर है ।
बाल बड़े , दाँत है गंदे - गंदे ।
पास ना उसे कोई बुलाय।
जहां भी जाये वह डांट ही पाये ।
नाम: राजा
कक्षा: 1st
अपना स्कूल ,सम्राट सेंटर , कानपुर
Wednesday, February 3, 2021
तितली रानी
तितली रानी तितली रानी ।
प्यारी - प्यारी जग न्यारी ।
आओ बैठो सुनाओ कहानी ।
तुम मेरे यहाँ चिड़िया बनकर आना ।
सखी सहेली तुम बन जाना ।
मुझको भी उड़ना सिखाना ।
पारियों के संग हमें है आना ।
नाम : तितली
कक्षा : 1
अपना स्कूल, सम्राट सेंटर , कानपुर