तू जिंदगी को जी,
उसको समझने की कोशिश न कर,
चलते वक्त के साथ तू भी चल,
वक्त को बदलने की कोशिश न कर,
दिल खोलकर सांस ले,
अन्दर ही अन्दर घुटने की कोशिश ना कर,
तू जीत की कोशिश ना कर,
फिर से रोने की कोशिश ना कर,
तू कदम आगे बढ़ा,
पीछे मुड़कर ना देख,
तू दूसरे को हराना सिखा,
रुलाने की कोशिश ना कर,
कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे,
सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश ना कर,
रोहित कुमार
अपना स्कूल, कानपुर
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