घुटनों से रेंगते -रेंगते |
कब पैरो पर खड़ा हुआ |
तेरी ममता की छाव में |
जाने कब बड़ा हुआ |
काला टीका दूध मलाई |
आज भी सब कुछ वैसा है |
मैं ही मैं हूँ हर जगह |
माँ प्यार ये तेरा कैसा है |
सीधा -साधा भोला -भाला |
मैं ही सब से अच्छा हूँ |
इतना भी हो जाऊं बड़ा |
माँ , मैं भी आज तेरा बच्चा हूँ |
रानी कुमारी
कक्षा :8
अपना स्कूल, कानपुर
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