रातें, किताबें और बातें ।
रात को सोना और ,
किताबों से बातें करना ।
फिर खिड़की को खोलना ।
रात में , तारों -सितारों को देखना ,
हमें रातें ही सिखाती है ।
रात में सकून से किताब को पकड़ना ।
अपने हाथों से किताब को जकड़ना ।
ये हमें रातों ने ही सिखाया है ।
रातों से चुपके से बातें करना ।
ये हमें किताबों ने ही सिखाया है ।
मुकेश कुमार
अपना स्कूल , कानपुर
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