"आम "
जब हवा चलेगी जोर - जोर ,
बच्चे भागेंगे सुनके शोर ।
ये है मौसम आमों का,
फाल्गुन माह के गानों का ।
लटक रहे हैं आम बगीचों में ,
उनको पाने के लिए सोच रहे घर में ।
जाएँ बगीचों में आम के नीचे ,
हवा चले जब हम सोंचे ।
हवा चले झर - झर - झर ,
आम गिरें भर - भर - भर ।
जल्दी - जल्दी से हम आमों को बिन लें ,
बाग वाले से बचकर हम घर को निकलें ।
नाम : - जुगेश कुमार
कक्षा : - 2nd
अपना स्कूल
हवा चले झर - झर - झर ,
ReplyDeleteआम गिरें भर - भर - भर ।...
वाह भई आम तो हमें भी पसंद हैं
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