बड़े ही दुखी के साथ लोगों को जानकारी देना चाहती हूँ| कुछ वर्षो तक अपना स्कूल पनकी में सेंटर चल रहा था |वहाँ पर रहने वाली श्रीमती दयावती का देहांत दिनांक 7/01/23 को हो गया हैं| इनका देहांत छत्तीसगढ़ मे हुआ था| सब लोग ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें |
पनकी में जब अपना स्कूल की शुरुआत हुई तो इन्होंने अपना स्कूल में बच्चों को पढ़ने के लिए और जिनके माता-पिता माइग्रेंट होकर छत्तीसगढ़ से कानपुर में कंस्ट्रक्शन का काम करने आते थे तो दयावती जी उनको समझाती थी की पढ़ाई का महत्व क्या हैं ?, हमें बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए क्यों भेजना चाहिए दयावती शिक्षाविद तो नहीं थी लेकिन उन्होंने शिक्षा के महत्व को अपने समुदायों के बीच में रखा और शिक्षा के महत्व के माध्यम से लोगों को जागरूक किया | और दयावती जी भले ही शिक्षित नहीं थी लेकिन वह लोगों के बीच में या समुदाय में शिक्षा का बीज बोना चाहती थी उनका मानना था " हमें रोटी, कपड़ा और मकान नहीं चाहिए | हमें अच्छी शिक्षा चाहिए | यदि मेरे बच्चों के पास अच्छी शिक्षा होगी तो हम आपसे रोटी, कपड़ा और मकान छीन लेंगे और शिक्षा को बच्चों तक पहुंचाने के लिए इन्होने अपना स्कूल के नेतृत्व में धरना-प्रदर्शन किया | ताकि भट्ठे में, कोयले की खदान में,काम करने वाले और कंस्ट्रक्शन साइट के बच्चे और कूड़ा बीनने वाले बच्चो को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का हक़ मिल सके और कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना हो।
Apna Skool Team, Kanpur
No comments:
Post a Comment