हौसला तुम में हैं |
अगर चाँद भी छू जाएगा |
भूमि बंजर हो या उषर |
फूल भी खिल जाएगा |
हौसला तुम में है |
अगर अँधेरे को चीर जाएगा |
राहों में ठोकरों में खाकर |
शिखर तक पहुँच जाएगा |
मैं अँधेरे की रोशनी हूँ |
अँधेरी भी क्या बुझा पायेगा |
मैं पथ का पथिक हूँ |
पत्थर क्या रोक पायेगा |
हौसला तुम में हैं |
अगर चाँद भी छू पायेगा |
हिम्मत तुम में है |
अगर गिर कर उठ जायेगा |
मन तो है बहुत |
आसमान को छू जाएगा |
राहों में काटों को |
हिम्मत से हटा पायेंगें |
अशोक कुमार
कक्षा - 10
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