Saturday, October 6, 2018
Tuesday, July 24, 2018
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी आती है,
चूँ-चूँ गीत सुनाती है।
हमको पास बुलाती है,
पर हाथ मेरे न आती है।।
आओ मेरी चिड़िया रानी,
खाओ ये सब दाना पानी II
खाओ ये सब दाना पानी II
सखी सहेली तुम बन जाओ,
मुझको भी उड़ना सिखलाओ
आसमान की सैर कराओ I
नाम - शिवानी
कक्षा - 2
अपना स्कूल हनुमानगढ़ी (बिहार)
Wednesday, June 20, 2018
Brick-kiln workers got their Identity (Received labour card) with the help of Apna Skool.
Due to the continuous efforts of Vijaya Didi, the
entire team of Apna Skool, and the Labour office in Kanpur, registration camp
for the workers of brick kilns,was held from December 23, 2017, to January 4, 2018.The registration of
344 workers and the subsequent preparation of the labour cards at various brick
kilns, was possible due to the active intervention and facilitation of the Apna
Skool teamwho personally went to the brick-kilns to help in the. registration
process. Apna Skoolcoordinators
(L.K Shukla and B.N. Sharma) also facilitated in the distribution of the labour
cards to workers at the respective brick kilns.
Medical Facility Scheme:
On the basis of the labour card, the registered
workers can now avail the medical facility scheme under which they are eligible
to receive Rs. 3000 per year.Tuesday, May 15, 2018
ईट – भट्टों पर बढ़ती पानी की समस्या
कानपुर के ईट – भट्टों पर
काम करने वाले श्रमिकों की दयनीय स्थिति. ये श्रमिक जिन भट्टों पर रहते
हैं, वहां पर न उनके रहने की कोई व्यवस्था होती है ,न पीने के पानी की और न
ही शौचालय की .
विजया रामचंद्रन दीदी की मजदूरों के साथ बैठक के दौरान गंदे पानी की समस्या सामने आयी. हम सबको इस समस्या पर गंभीरता से विचार व कार्य करने की जरूरत है.
टयूबवेल से कच्चे गड्ढे में पानी भर देते है जिसमें पूरा कीचड़ होता है. यही पानी इन श्रमिकों का परिवार बर्तन धोने ,नहाने और कभी –कभी पीने में भी प्रयोग करता है . यही पानी की इनकी व्यवस्था होती है .
यह एक बड़ी वजह है कि श्रमिक परिवार प्रायः बीमार रहता है. यदि भट्टा मालिक इन गड्ढों को पक्का करा दें तो परिवारों को स्वच्छ पानी मिल सकता है .
विजया रामचंद्रन दीदी की मजदूरों के साथ बैठक के दौरान गंदे पानी की समस्या सामने आयी. हम सबको इस समस्या पर गंभीरता से विचार व कार्य करने की जरूरत है.
टयूबवेल से कच्चे गड्ढे में पानी भर देते है जिसमें पूरा कीचड़ होता है. यही पानी इन श्रमिकों का परिवार बर्तन धोने ,नहाने और कभी –कभी पीने में भी प्रयोग करता है . यही पानी की इनकी व्यवस्था होती है .
यह एक बड़ी वजह है कि श्रमिक परिवार प्रायः बीमार रहता है. यदि भट्टा मालिक इन गड्ढों को पक्का करा दें तो परिवारों को स्वच्छ पानी मिल सकता है .
Monday, May 14, 2018
मातृ दिवस पर दैनिक जागरण कानपुर ने "अपना स्कूल " के पूर्व छात्र Mukesh Kumar Kumar की माता जी मुन्नी देवी के ऊपर स्टोरी प्रकाशित की है।
http://epaper.jagran.com/…/13- may-2018-64-edition-Kanpur-Pa…
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http://epaper.jagran.com/…/13-
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