गुलाब
काँटों में खिलते हैं लाल गुलाब ,
खुशबू है जिसके अन्दर वह है गुलाब |
गुलाब गुलाबी और होते हैं सफ़ेद ,
जब महके तो खोले सबके भेद |
गुलाब के रंगों की जब होती है बौछार ,
उसकी महक से बढ़ता प्यार ही प्यार |
काँटों में खिलते हैं लाल गुलाब ,
खुशबू है जिसके अन्दर वह है गुलाब |
नाम : संगीता देवी
कक्षा : 2th
सेंटर : अपना स्कूल धामीखेड़ा
कानपुर |
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