अम्माँ मुझको ले चल तू ,
एक बार परियों के देश।
एक बार तू मुझे दिखा दे,
सुन्दर सा उनका वह देश।
वहां पहुँच कर मैं देखूंगी ,
जगमग -जगमग उनका देश।
रेशम जैसे उनके कपड़े ,
अम्माँ मुझको ले चल तू ,
एक बार परियों के देश ।
नाम - जुली
कक्षा - 5
अपना स्कूल तातियागंज