An initiative to educate the child of a migrant worker
जमीर जिन्दा रख,
कबीर जिन्दा रख,
सुलतान भी बन जाए तो,
दिल में फ़क़ीर जिन्दा रख,
होसलें के तरकश में ,
हार जा चाहे जिन्दंगी में सब कुछ ,
मगर फिर से जीतने की वो ,
उम्मीद जिन्द्दा रख ,
नाम: रोहित कुमार
कक्षा : 10
अपना स्कूल, तातियागंज
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