Thursday, August 4, 2011

कवितायेँ

कवितायेँ 
1 जब भूखी मुन्नी रोई .....,
   तब मम्मी ने बोतल धोई |
  पापा ने तब झट आग जलाई,
  मैंने तब लम्बी तान लगाई |


2 मुन्ना मुन्नी चढ़े पेड़ पर ,
   देख लगे हैं अखरोट |
   टूटी  डाली गिर गया मुन्ना ,
    हो गई मुन्नी लोट पोट |


3  हूँ मै छोटा सा माली .......,
    पौधे लगा कर खाद है डाली  |
    क्यारी क्यारी मेरी प्यारी प्यारी  ,
     सब्जी बोई न्यारी न्यारी |


4  सर्कस का मै हाथी  हूँ ,
    बंदर का मै साथी हूँ |
    बच्चों का मैं साथी हूँ,
    हँसता और हंसाता हूँ| 

नाम : संगीता
कक्षा : 4th 
सेंटर : अपना स्कूल , धामीखेड़ा

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