Saturday, June 25, 2011

कविता : सेब

 सेब 
सेब है भई सेब है ...............,
नहीं किसी से इसका मेल है | 
फलों का राजा सेब है ............,
सभी फलों पर जमाता रोब है | 
मम्मी को प्यारा सेब ........, 
पापा के मन को भाता सेब | 
दादा के लिए आता सेब .,
दादी को ललचवाता सेब | 
सेब है भई सेब है ....................................,
सेब के आगे नहीं चलता किसी का रोब है..| 


नाम :  रोशनी  देवी 
कक्षा : 2nd  
सेंटर : अपना स्कूल , कानपुर

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