Friday, July 15, 2011

कविता : बिल्ली रानी

 बिल्ली  रानी
बिल्ली रानी है ये बिल्ली रानी,
हर दम करती है ये मनमानी |
दूध चुराकर है ये पी जाती ,
घी मलाई है ये चट कर जाती |
बिल्ली रानी बिल्ली रानी ,
बंद कर दे चूहों की शैतानी|
नाम : उमाशंकर
कक्षा : 5th
सेंटर : अपना स्कूल ,तमसाह

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